बाजार में वाहनों की मांग काफी बढ़ गई है। ऐसे में सरकार ने ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के नियमों में कुछ बदलाव किए हैं। अब ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना पहले के मुकाबले थोड़ा मुश्किल साबित हो सकता है।
ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए आपको ऑटोमेटेड टेस्ट ड्राइव में अपनी कार चलानी होगी और उसे पास करना होगा, तब आपको ड्राइविंग लाइसेंस मिलेगा। सरकार ने फिलहाल दिल्ली में इस नियम को लागू कर दिया है।
आपको बता दें कि अब दिल्ली में 13 कूल ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक हैं और अब 12 टेस्ट ड्राइव ट्रैक को ऑटोमेटेड कर दिया गया है।
दिल्ली के लोगों के लिए ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना थोड़ा मुश्किल है क्योंकि आपको सीसीटीवी कैमरे और सेंसर की निगरानी में ऑटोमेटेड ड्राइविंग ट्रैक पर टेस्ट पास करना होता है।
कुछ लोगों का मानना है कि सरकार के लिए ऐसा करना बहुत जरूरी था। अक्सर देखा जाता है कि किसी को ट्रैफिक वाहन चलाने के नियम-कानून नहीं पता होते, लेकिन उसने ड्राइविंग लाइसेंस भी बनवा रखा है और ये लोग ज्यादा सड़क चलाते हैं।
लाल को दिल्ली के लोगों के लिए नियमों को लागू करना चाहिए, इसकी निगरानी और परीक्षण किया जा रहा है और सभी आवश्यकताओं को पूरा करके स्वचालित परीक्षण ड्राइव बनाई जा रही है।