फ्लेक्स ईंधन क्या है? पेट्रोल-डीजल से सस्ता होगा वाहन चलाना, आसान शब्दों में जानें

flex fuel फ्लेक्स फ्यूल वाहन का इंजन पेट्रोल और इथेनॉल के 100 प्रतिशत मिश्रण पर चलने के लिए डिज़ाइन किया गया है। फ्लेक्स ईंधन का उपयोग हाइब्रिड तकनीक के साथ इंजन ों को बिजली देने के लिए भी किया जा सकता है, इस प्रकार कार्बन उत्सर्जन को भी कम किया जा सकता है।

फ्लेक्स ईंधन क्या है?

केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री ने बुधवार को कहा कि 29 अगस्त को टोयोटा इनोवा में एथेनॉल वे का उद्घाटन करेगी।

आइए जानते हैं क्या है फ्लेक्स फ्यूल-

फिलहाल फ्लेक्स फ्यूल को पेट्रोल-डीजल के विकल्प के तौर पर देखा जा रहा है। यह ऐसा ईंधन है जिसे बेहतर विकल्प के तौर पर देखा जा रहा है। यह फ्लेक्स ईंधन गैसोलीन और मेथनॉल या इथेनॉल से बना है। इस तरह के फ्यूल से पेट्रोल का इस्तेमाल कम होगा और फ्लेक्स फ्यूल वाली कारें भी अपने इंजन के मानकों के खिलाफ चल सकती हैं, यानी पेट्रोल कारों में फ्लेक्स फ्यूल आसानी से भरा जा सकता है।

फ्लेक्स फ्यूल इंजन के बारे में क्या खास है?

फ्लेक्स फ्यूल वाहन का इंजन पेट्रोल और इथेनॉल के 100% मिश्रण पर चलने के लिए डिज़ाइन किया गया है। ये इंजन पेट्रोल और इथेनॉल से चलते हैं। इन इंजनों में नया टोयोटा कोरोला एल्टिस फ्लेक्सी फ्यूल स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड 18 एलटीआर (एफईवी शेव) 1.8 लीटर इथेनॉल रेडी पेट्रोल हाइब्रिड इंजन दिया गया है।

फ्लेक्स ईंधन के क्या लाभ हैं?

फ्लेक्स फ्यूल आने वाले समय में बहुत उपयोगी और किफायती ईंधन होगा। इससे हमें पेट्रोल डीजल पर कम निर्भर रहना पड़ेगा, साथ ही यह तुलनात्मक रूप से सस्ता भी होगा। इसके साथ ही फ्लेक्स फ्यूल के इस्तेमाल से पेट्रोल और डीजल का इस्तेमाल कम होगा, जो हमारे पर्यावरण के लिए काफी अच्छा साबित होगा।

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