सुज़ुकी ने इस साल की शुरुआत में V-Strom 800DE के साथ अपने नए पैरलल-ट्विन इंजन की शुरुआत की थी, जिसने राइडर्स का ध्यान खींचा। अब इसी इंजन का उपयोग करते हुए सुज़ुकी ने अपनी नई नेकेड बाइक GSX-8S पेश की है। इस बाइक को टेस्ट राइड करने के बाद यह साफ हो गया कि यह सिर्फ एक साधारण स्ट्रीट बाइक नहीं, बल्कि एक उत्साहजनक और कंफर्टेबल राइडिंग एक्सपीरियंस देने वाली मशीन है।
फर्स्ट इंप्रेशन: पार्किंग लॉट से ही दिल जीत लिया
सुज़ुकी के कॉर्पोरेट हेडक्वार्टर (ब्रीया, कैलिफ़ोर्निया) से गैरेज से निकलते ही GSX-8S ने अपना जादू दिखाना शुरू कर दिया। पार्किंग लॉट तक पहुँचते-पहुँचते ही यह बाइक मुझे पसंद आने लगी। इसकी राइडिंग पोजीशन, हैंडलबार का पोजिशन और सीट का कंफर्ट तुरंत ही नोटिस करने लायक था।
राइडर ट्रायंगल: कंफर्ट और कंट्रोल का बेहतरीन मिश्रण
- लेगरूम: GSX-8S में काफी अच्छा लेगरूम है, जो लंबी राइड के लिए आरामदायक है।
- हैंडलबार पोजिशन: स्पोर्टी होते हुए भी ज्यादा आगे झुकाव नहीं, जिससे कंट्रोल आसान रहता है।
- सीट कंफर्ट: अच्छी तरह से कॉन्टूर की गई सीट और फर्म फोम लंबी राइड के लिए परफेक्ट है।
हालांकि, इस बाइक में विंड प्रोटेक्शन का कोई खास इंतजाम नहीं है, लेकिन जो लोग नेकेड बाइक्स के आदी हैं, उन्हें यह कोई खास परेशानी नहीं देगी। सुज़ुकी $150 में एक मीटर विजर ऑफर करता है, जो इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर को कीड़ों से बचाता है। अगर ज्यादा विंड प्रोटेक्शन चाहिए, तो Puig जैसी कंपनियों के थर्ड-पार्टी एक्सेसरीज उपलब्ध हैं।
स्लिम डिजाइन: सिर्फ मार्केटिंग नहीं, असली में पतली!
जब GSX-8S का प्रेस रिलीज आया था, तो उसमें “स्लिम” शब्द का कई बार इस्तेमाल किया गया था। मैंने इसे एक मार्केटिंग ट्रिक समझा, लेकिन बाइक पर बैठते ही पता चला कि यह कोई अतिशयोक्ति नहीं थी।
- नैरो वेस्ट: घुटनों के बीच की दूरी कम होने से राइडिंग कंफर्ट बढ़ता है।
- एग्रेसिव राइडिंग में आसानी: बाइक की पतली बॉडी राइडर को मूवमेंट की आजादी देती है, जिससे कर्व्स और ट्विस्टी रोड्स पर बेहतर कंट्रोल मिलता है।
इंजन परफॉर्मेंस: पैरलल-ट्विन का जादू
सुज़ुकी का नया 776cc, लिक्विड-कूल्ड, DOHC पैरलल-ट्विन इंजन V-Strom 800DE में पहले ही अपनी क्षमता साबित कर चुका है। GSX-8S में यह इंजन और भी ज्यादा मजेदार लगता है।
पावर और टॉर्क

- टॉर्क: 57.5 lb-ft @ 6,800 RPM (V-Strom के बराबर)
- हॉर्सपावर: 81.8 HP @ 8,500 RPM (V-Strom से 1.3 HP कम)
हालांकि, GSX-8S V-Strom की तुलना में 62 पाउंड हल्की है (445 पाउंड vs 507 पाउंड), जिससे यह ज्यादा स्पंकी और रेस्पॉन्सिव फील करती है।
गियरिंग
- GSX-8S: 17T (फ्रंट) / 47T (रियर)
- V-Strom 800DE: 17T (फ्रंट) / 50T (रियर)
इसलिए, GSX-8S में एक्सीलरेशन ज्यादा तेज लगता है, हालांकि टॉप स्पीड थोड़ी कम हो सकती है।
राइडिंग डायनामिक्स: शहर और हाईवे दोनों के लिए बेस्ट
शहर में राइडिंग
- लाइटवेट और एजाइल: ट्रैफिक में फिल्टर करने में आसान।
- अर्बन फ्रेंडली: लो-एंड टॉर्क अच्छा है, जिससे स्टॉप-एंड-गो ट्रैफिक में परेशानी नहीं होती।
हाईवे पर परफॉर्मेंस
- क्रूजिंग: 6वें गियर में रिलैक्स्ड राइडिंग।
- विब्रेशन कंट्रोल: इंजन स्मूथ है, लेकिन हाई RPM पर थोड़ा विब्रेशन फील हो सकता है।
ब्रेकिंग और हैंडलिंग
- ब्रैक्स: ड्यूल चैनल ABS के साथ, ब्रेकिंग पावर अच्छी है।
- सस्पेंशन: शहर और हाईवे दोनों के लिए बैलेंस्ड सेटअप।
निष्कर्ष: क्या GSX-8S खरीदने लायक है?
सुज़ुकी GSX-8S एक बेहतरीन नेकेड स्ट्रीट बाइक है, जो शहर और हाईवे दोनों जगहों पर परफॉर्म करती है। अगर आप एक मिड-रेंज नेकेड बाइक चाहते हैं, जो कंफर्टेबल भी हो और फन टू राइड भी, तो यह बाइक आपके लिए बिल्कुल सही है।
फायदे:
✅ हल्की और एजाइल
✅ कंफर्टेबल राइडिंग पोजीशन
✅ अच्छा लो-एंड और मिड-रेंज टॉर्क
नुकसान:
❌ विंड प्रोटेक्शन नहीं
❌ हाईवे पर थोड़ा विब्रेशन
फाइनल वर्ड: अगर आप एक ऑल-राउंडर नेकेड बाइक चाहते हैं, तो GSX-8S एक बेहतरीन विकल्प है!
क्या आप GSX-8S को टेस्ट राइड करना चाहेंगे? कमेंट में बताएं! 🚀