भारत की इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में तूफान लाने की तैयारी वैश्विक ऑटोमोबाइल दिग्गज स्टेलांटिस (Stellantis) ने भारत के इलेक्ट्रिक वाहन (EV) बाजार में अपनी मौजूदगी और मजबूत करने का फैसला किया है। कंपनी अब अपने ब्रांड जीप (Jeep) और सिट्रोन (Citroën) के साथ-साथ चीन की तेजी से उभरती इलेक्ट्रिक वाहन कंपनी लीपमोटर (Leapmotor) को भारतीय बाजार में पेश करने जा रही है। यह कदम भारत के इलेक्ट्रिक मोबिलिटी भविष्य के प्रति वैश्विक ऑटोमेकर्स की गंभीरता को दर्शाता है।
लीपमोटर, जो चीन में अपनी किफायती और हाई-टेक इलेक्ट्रिक कारों के लिए जानी जाती है, ने पिछले कुछ वर्षों में अंतरराष्ट्रीय बाजारों में तेजी से प्रगति की है। 2024 में कंपनी ने लगभग 3 लाख यूनिट्स की डिलीवरी का आंकड़ा छुआ, जो पिछले वर्ष की तुलना में दोगुना है। अब यही गति लीपमोटर भारत में दोहराना चाहती है।
लीपमोटर कौन है और क्यों है खास?
लीपमोटर की स्थापना 2015 में हुई थी और यह चीन के सबसे तेजी से बढ़ते EV निर्माताओं में से एक है। कंपनी का लक्ष्य अगले तीन वर्षों में ग्लोबल न्यू एनर्जी व्हीकल (NEV) सेल्स में टॉप-5 या टॉप-6 में शामिल होना है। इसके लिए वह न केवल चीन, बल्कि यूरोप और अब भारत जैसे बड़े बाजारों पर नजर गड़ाए हुए है।
लीपमोटर की कुछ प्रमुख कारें जो भारत में लॉन्च हो सकती हैं:
- लीपमोटर T03: एक कॉम्पैक्ट और सस्ती इलेक्ट्रिक हॉचबैक, जो शहरी यूजर्स के लिए आदर्श है।
- लीपमोटर C11: एक मिड-साइज इलेक्ट्रिक SUV, जो लंबी रेंज और एडवांस फीचर्स के साथ आती है।
- लीपमोटर C01: एक प्रीमियम इलेक्ट्रिक सेडान, जो टेस्ला मॉडल 3 से सीधी टक्कर ले सकती है।
भारत में EV बाजार: क्यों लीपमोटर के लिए बड़ा मौका?
भारत सरकार की 30% EV पैठ तक पहुंचने की योजना और FAME-II जैसी सब्सिडी योजनाओं के कारण देश में इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग तेजी से बढ़ रही है। हालांकि, अभी भी भारतीय बाजार में किफायती और लंबी रेंज वाली EVs की कमी है, जहां लीपमोटर अपनी पकड़ बना सकती है।
टाटा मोटर्स, MG मोटर और हुंडई जैसी कंपनियों के बाद अब चीनी EV ब्रांड्स जैसे BYD, ग्रेट वॉल मोटर और लीपमोटर भारत में एंट्री कर रही हैं। इसके अलावा, टेस्ला और विनफास्ट (VinFast) जैसी कंपनियां भी जल्द ही भारत में अपनी कारें लॉन्च करने वाली हैं, जिससे प्रतिस्पर्धा और तेज होगी।
स्टेलांटिस की भारत में रणनीति
स्टेलांटिस पहले से ही भारत में जीप मरुतो और सिट्रोन C3 Aircross जैसे वाहनों के साथ मौजूद है। अब लीपमोटर को जोड़कर कंपनी अपने इलेक्ट्रिक पोर्टफोलियो को मजबूत करना चाहती है। संभावना है कि स्टेलांटिस लीपमोटर कारों को CKD (Completely Knocked Down) या CBU (Completely Built Unit) के रूप में भारत में लॉन्च करेगा।
इसके अलावा, लीपमोटर ने घोषणा की है कि वह 2026 तक यूरोप में लोकल प्रोडक्शन शुरू कर देगी। अगर भारत में भी उसे अच्छी प्रतिक्रिया मिलती है, तो कंपनी यहां भी असेंबली या मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगा सकती है।
निष्कर्ष: क्या लीपमोटर भारत में हिट होगी?
लीपमोटर की एंट्री भारतीय EV बाजार के लिए एक बड़ा विकास हो सकता है, खासकर अगर कंपनी किफायती दामों पर अच्छी रेंज वाली कारें पेश करती है। हालांकि, भारतीय ग्राहकों का चीनी ब्रांड्स के प्रति विश्वास और सरकार की FDI नीतियां भी इसकी सफलता में अहम भूमिका निभाएंगी।
अगर स्टेलांटिस और लीपमोटर सही मार्केटिंग, प्राइसिंग और सर्विस नेटवर्क के साथ आते हैं, तो भारत की सड़कों पर जल्द ही लीपमोटर की इलेक्ट्रिक कारें दिखाई दे सकती हैं।